ये वादियाँ ,ये फिजाएं बुला रही हैं हमे ..............
गर्मियों की छुट्टियाँ हो तो परिवार के साथ कहीं घूमने ,सैर सपाटा,मस्ती करने का मूड तो बन ही जाता है. ऐसे में जब सूरज अंगारे बरसा रहा हो तो कोई भी ठंडी जगहों पर घूमने जाना चाहेगा .उत्तराखंड में ऐसे कई स्थान हैं जहाँ छुट्टियों का भरपूर मजा उठाया जा सकता है, इनमे से एक है नैनीताल....
नैनीताल -इसे झीलों का शहर भी कहा जाता है .चरों तरफ पहाडियों से घिरे इस शहर का मुख्य आकर्षण यहाँ की झील है .इस झील की खास बात यह है कि इसमें चारों तरफ फैले पहाडों ,पेड़ों कि चाय एकदम साफ़ दिखाई देती है.ताल में तैरती हुई बतखों का झुंड ,इठलाती हुई नौकाएं बहुत ही खूबसूरत लगती हैं .रात के समय जब पूरा नैनीताल रौशनी से जगमगा रहा होता है तब झील में थिरकती रंग-बिरंगी नौकाएं ,आसमान में चमकते चाँद-सितारे मिलकर ऐसा मनमोहक शमा बांध देते हैं कि मन खुश हो जाता है.गमियों में ताल का पानी हरा ,बरसात में मटमैला और सर्दियों में हल्का नीला दिखाई पड़ता है.
मॉल रोड -झील के एक तरफ मल्लीताल और दूसरी तरफ तल्लीताल है .मल्लीताल को तल्लीताल से जोड़ने वाली रोड को मॉल रोड कहा जाता है. यूँ तो देश विदेश से आये लोग चौबीसों घंटे घुमते दिखाई पद जाते हैं लेकिन शाम ढलते ढलते मॉल रोड पर मौज मस्ती करने वालों का हुजूम ही उमड़ पड़ता है.शाम से ही बड़े वाहनों के यहाँ आनेपर रोक लग जातो है .लोग पैदल ही घुमते ,सैर करते दिखाई देते हैं. यहाँ बहुत सरे होटल,रेस्तरां ,दुकाने हैं जहाँ रहने खाने और जरुरत के सभी सामान आसानी से मिल जाते हैं.सभी पर्यटकों के लिए मॉल रोड आकर्षण का मुख्य केंद्र है
चोटियाँ - यहाँ पर कई सारी ऊंची ऊंची चोटियाँ हैं ,जो इस शहर कि खूबसूरती में चार चाँद लगा देती हैं और आने वालो के मन पर गहरी चाप छोड़ती हैं .
चाइना पीक -यह शहर की सबसे ऊंची चोटी है। यह लगभग २६११ मीटर की ऊँचाई पर है. यहाँ एक ओर बर्फ से ढका हिमालय और दूसरी ओर से पूरा नैनीताल शहर दिखाई देता है .किलबरी -यह लगभग २५२८ मीटर की ऊँचाई पर स्थित है .पिकनिक मनाना हो या प्रकृति का आनंद लेना हो ,सभी के लिए यह बहुत अच्छी है. इसके अलावा देवपाता,कामेल्स-बैग,टिफिन-टॉप ,स्नो-व्यू,और हनी-बनी...आदि चोटियाँ हैं जहाँ आप एक बार जायेंगे तो बार बार जाना चाहेंगे.नैनीताल जितना खूबसूरत है उसके आसपास क स्थान भी उतने ही मोहक हैं ,इनमे से एक है , हनुमान गढ़ी - ये सैलानियों ,पर्यटकों ,और धार्मिक यात्रियों ,सभी के लिए आकर्षण का केंद्र है. यहाँ से पहाडों की कई चोटियाँ और मैदानी भागों के बहुत ही सुन्दर दृश्य दिखाई देते हैं ।
गर्मियों की छुट्टियाँ हो तो परिवार के साथ कहीं घूमने ,सैर सपाटा,मस्ती करने का मूड तो बन ही जाता है. ऐसे में जब सूरज अंगारे बरसा रहा हो तो कोई भी ठंडी जगहों पर घूमने जाना चाहेगा .उत्तराखंड में ऐसे कई स्थान हैं जहाँ छुट्टियों का भरपूर मजा उठाया जा सकता है, इनमे से एक है नैनीताल....
नैनीताल -इसे झीलों का शहर भी कहा जाता है .चरों तरफ पहाडियों से घिरे इस शहर का मुख्य आकर्षण यहाँ की झील है .इस झील की खास बात यह है कि इसमें चारों तरफ फैले पहाडों ,पेड़ों कि चाय एकदम साफ़ दिखाई देती है.ताल में तैरती हुई बतखों का झुंड ,इठलाती हुई नौकाएं बहुत ही खूबसूरत लगती हैं .रात के समय जब पूरा नैनीताल रौशनी से जगमगा रहा होता है तब झील में थिरकती रंग-बिरंगी नौकाएं ,आसमान में चमकते चाँद-सितारे मिलकर ऐसा मनमोहक शमा बांध देते हैं कि मन खुश हो जाता है.गमियों में ताल का पानी हरा ,बरसात में मटमैला और सर्दियों में हल्का नीला दिखाई पड़ता है.
मॉल रोड -झील के एक तरफ मल्लीताल और दूसरी तरफ तल्लीताल है .मल्लीताल को तल्लीताल से जोड़ने वाली रोड को मॉल रोड कहा जाता है. यूँ तो देश विदेश से आये लोग चौबीसों घंटे घुमते दिखाई पद जाते हैं लेकिन शाम ढलते ढलते मॉल रोड पर मौज मस्ती करने वालों का हुजूम ही उमड़ पड़ता है.शाम से ही बड़े वाहनों के यहाँ आनेपर रोक लग जातो है .लोग पैदल ही घुमते ,सैर करते दिखाई देते हैं. यहाँ बहुत सरे होटल,रेस्तरां ,दुकाने हैं जहाँ रहने खाने और जरुरत के सभी सामान आसानी से मिल जाते हैं.सभी पर्यटकों के लिए मॉल रोड आकर्षण का मुख्य केंद्र है
चोटियाँ - यहाँ पर कई सारी ऊंची ऊंची चोटियाँ हैं ,जो इस शहर कि खूबसूरती में चार चाँद लगा देती हैं और आने वालो के मन पर गहरी चाप छोड़ती हैं .
चाइना पीक -यह शहर की सबसे ऊंची चोटी है। यह लगभग २६११ मीटर की ऊँचाई पर है. यहाँ एक ओर बर्फ से ढका हिमालय और दूसरी ओर से पूरा नैनीताल शहर दिखाई देता है .किलबरी -यह लगभग २५२८ मीटर की ऊँचाई पर स्थित है .पिकनिक मनाना हो या प्रकृति का आनंद लेना हो ,सभी के लिए यह बहुत अच्छी है. इसके अलावा देवपाता,कामेल्स-बैग,टिफिन-टॉप ,स्नो-व्यू,और हनी-बनी...आदि चोटियाँ हैं जहाँ आप एक बार जायेंगे तो बार बार जाना चाहेंगे.नैनीताल जितना खूबसूरत है उसके आसपास क स्थान भी उतने ही मोहक हैं ,इनमे से एक है , हनुमान गढ़ी - ये सैलानियों ,पर्यटकों ,और धार्मिक यात्रियों ,सभी के लिए आकर्षण का केंद्र है. यहाँ से पहाडों की कई चोटियाँ और मैदानी भागों के बहुत ही सुन्दर दृश्य दिखाई देते हैं ।
भीमताल - ये छोटा सा शहर नैनीताल से लगभग २२ किलोमीटर दूर है .यहाँ का सबसे प्रसिध पर्यटक स्थल भीमताल झील है ,जिसके मध्य में एक छोटा सा द्वीप है। नौकुचियाताल - ये ताल भीमताल से लगभग ४ किलोमीटर दूर है ।इस ताल की यह विसेषता है की इसके नौ कोने हैं ,इसीलिए इसको नौकुचियाताल कहा जाता है । सात ताल - उत्तराखंड के सभी तालों में सात ताल का जो अनोखा और नैसर्गिक सौंदर्य है वह भी देखने योग्य है। यह नैनीताल से २१ किलोमीटर की दूरी पर है. इस ताल की विशेषता यह है कि लगातार सात ताल एक दुसरे से जुड़े है हैं ।इसी कारण इसे देखने लोग दूर दूर से आते हैं .
उत्तराखंड ऐसे ही कई दर्शनीय स्थानों से भरा हुआ है .खूबसूरती का साथ देकर देकर माहौल को और भी खुशनुमा बनाने के और मौसम भी हमेसा तैयार रहता है. यहाँ जो भी एक बार आता है वो ये गुनगुनाये बिना नहीं रह पता कि -हुस्न पहाडों का ...... बारहो महीने यहाँ मौसम जाडों का ......
atyant sundar!!!!!!!
ReplyDeletebadhai!!!!!
अच्छी जानकारी। नैनिताल जब जाना हुआ तो आपकीपोस्ट जरुर मार्गदर्शन करेगी।
ReplyDeleteएक अनुरोध है आप इन पोस्ट्स को विकीपीडिया पर भी डाल दें तो कईयों को लाभ होगा।
धन्यवाद।
॥दस्तक॥|
गीतों की महफिल|
तकनीकी दस्तक
nainitaal hi haunch gaye hum to ...
ReplyDeleteनैनीताल वाकई बहुत खूबसूरत जगह है । दो साल पहले पहली बार नैनीताल गया तो लगा सचमुच इसका सौंदयॆ अप्रतिम है । नैनीताल के बारे में आपने बहुत अच्छी और उपयोगी जानकारी दी है। धन्यवाद।
ReplyDeleteमैने अपने ब्लाग पर एक लेख लिखा है-फेल होने पर खत्म नहीं हो जाती जिंदगी-समय हो पढें और कमेंट भी दें-
http://www.ashokvichar.blogspot.com
khubsurat.narayan narayan
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ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति
जबरदस्त लेखनी, झक्कास प्रयास, मजा आ गया
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति
ReplyDeleteaap sabhi ka dhanyavaad...
ReplyDeleteशीतल जी,
ReplyDeleteअभी आपकी सभी पोस्टें पढीं. बढ़िया लगी.
बस इसी तरह हिंदी में यात्रा और घुमक्कडी के बारे में लिखती रहें.
कभी टाइम हो तो हमें भी पढना.
...
और ये word verification हटा दो. इससे और ज्यादा कमेन्ट आयेंगे.
प्रकृति से प्रेम करना हर इंसान का धर्म है और आपने यह जगजाहिर भी कर दिया है कि आप प्रकृति प्रेमी हैं । हिंदी ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है ।
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